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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

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Amjad Islam Amjad's Photo'

अमजद इस्लाम अमजद

1944 - 2023 | लाहौर, पाकिस्तान

मशहूर शायर और पाकिस्तानी टीवी सीरियलों के प्रसिद्ध लेखक

मशहूर शायर और पाकिस्तानी टीवी सीरियलों के प्रसिद्ध लेखक

अमजद इस्लाम अमजद

ग़ज़ल 62

नज़्म 39

अशआर 64

इतने ख़दशे नहीं हैं रस्तों में

जिस क़दर ख़्वाहिश-ए-सफ़र में हैं

कहाँ के रुकने थे रास्ते कहाँ मोड़ था उसे भूल जा

वो जो मिल गया उसे याद रख जो नहीं मिला उसे भूल जा

बात तो कुछ भी नहीं थीं लेकिन उस का एक दम

हाथ को होंटों पे रख कर रोकना अच्छा लगा

शबनमी आँखों के जुगनू काँपते होंटों के फूल

एक लम्हा था जो 'अमजद' आज तक गुज़रा नहीं

सवाल ये है कि आपस में हम मिलें कैसे

हमेशा साथ तो चलते हैं दो किनारे भी

क़ितआ 3

 

पुस्तकें 41

वीडियो 19

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वीडियो का सेक्शन
शायर अपना कलाम पढ़ते हुए

अमजद इस्लाम अमजद

अमजद इस्लाम अमजद

अमजद इस्लाम अमजद

Afsoon-e-intezar-e-tamanna hai aur kya

Amjad Islam Amjad is an Urdu Poet, Drama writer and lyricist from Pakistan. He has received many awards for his literary work and screenplay for TV, including pride of performance and Sitara-e-Imtiaz. Amjad Islam Amjad reciting his ghazal/nazm ar Rekhta Studio अमजद इस्लाम अमजद

Nazm " Ham log na the aise"

अमजद इस्लाम अमजद

Ojhal sahi nigaah se dooba nahi hu main

Amjad Islam Amjad is an Urdu Poet, Drama writer and lyricist from Pakistan. He has received many awards for his literary work and screenplay for TV, including pride of performance and Sitara-e-Imtiaz. Amjad Islam Amjad reciting his ghazal/nazm ar Rekhta Studio अमजद इस्लाम अमजद

Tumhe Mujhse mohabbat hai

Amjad Islam Amjad is an Urdu Poet, Drama writer and lyricist from Pakistan. He has received many awards for his literary work and screenplay for TV, including pride of performance and Sitara-e-Imtiaz. Amjad Islam Amjad reciting his ghazal/nazm ar Rekhta Studio. अमजद इस्लाम अमजद

Zara si baat

Amjad Islam Amjad is an Urdu Poet, Drama writer and lyricist from Pakistan. He has received many awards for his literary work and screenplay for TV, including pride of performance and Sitara-e-Imtiaz. Amjad Islam Amjad reciting his ghazal/nazm ar Rekhta Studio अमजद इस्लाम अमजद

कहाँ आ के रुकने थे रास्ते कहाँ मोड़ था उसे भूल जा

अमजद इस्लाम अमजद

ज़रा सी बात

ज़िंदगी के मैले में ख़्वाहिशों के रेले में अमजद इस्लाम अमजद

ज़रा सी बात

ज़िंदगी के मैले में ख़्वाहिशों के रेले में अमजद इस्लाम अमजद

जैसे मैं देखता हूँ लोग नहीं देखते हैं

अमजद इस्लाम अमजद

दिल के दरिया को किसी रोज़ उतर जाना है

अमजद इस्लाम अमजद

मोहब्बत की एक नज़्म

मोहब्बत की एक नज़्म अमजद इस्लाम अमजद

सेल्फ़ मेड लोगों का अलमिया

सेल्फ़ मेड लोगों का अलमिया अमजद इस्लाम अमजद

ऑडियो 13

अपने घर की खिड़की से मैं आसमान को देखूँगा

आईनों में अक्स न हों तो हैरत रहती है

उस ने आहिस्ता से जब पुकारा मुझे

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