ग़ुलाम अब्बास के वीडियो
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हास्य वीडियो
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ग़ुलाम अब्बास
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अब कहाँ दोस्त मिलें साथ निभाने वाले ग़ुलाम अब्बास
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अब कहाँ दोस्त मिलें साथ निभाने वाले ग़ुलाम अब्बास
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आँखों का है क़ुसूर अगर वो अयाँ नहीं ग़ुलाम अब्बास
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आबले होंगे वो झट फूट के बहने वाले ग़ुलाम अब्बास
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इक उम्र की तलाश का क्या है सिला मिला ग़ुलाम अब्बास
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क्या है हाथों की लकीरों में बताओ न मुझे ग़ुलाम अब्बास
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क्या है हाथों की लकीरों में बताओ न मुझे ग़ुलाम अब्बास
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क्यों ये हसरत थी दिल लगाने की ग़ुलाम अब्बास
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करो लाख मुँह से नहीं नहीं ग़ुलाम अब्बास
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काम पड़ा याद आया मौला है ये तर्ज़-ए-इबादत कैसी ग़ुलाम अब्बास
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कोई वाक़ि'आ हो या हादिसा कहूँ कैसे मैं कि बुरा हुआ ग़ुलाम अब्बास
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कोंपल कहीं फूटी है तो टूटी कहीं डाली ग़ुलाम अब्बास
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ख़दशा था जिस के होने का आख़िर है हो गया ग़ुलाम अब्बास
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गुलशन-गुलशन ज़िक्र है उन का ग़ुलाम अब्बास
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छुपता नहीं नक़ाब में जल्वा शबाब का ग़ुलाम अब्बास
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जी में है तोड़ दें सुबू और गिरा दें जाम ये ग़ुलाम अब्बास
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तबी'अत रफ़्ता रफ़्ता ख़ूगर-ए-ग़म होती जाती है ग़ुलाम अब्बास
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न हीरे जवाहिर न ज़र बख़्श मौला ग़ुलाम अब्बास
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नज़र का अपनी नज़रिया बदल के देख ज़रा ग़ुलाम अब्बास
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निगाह ख़ुद पे टिकी थी तो और क्या दिखता ग़ुलाम अब्बास
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नींद आई ही नहीं हम को न पूछो कब से ग़ुलाम अब्बास
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बे-क़रारी जो इधर है वो उधर है कि नहीं ग़ुलाम अब्बास
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बूँद की चाह ग़ुलाम अब्बास
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बला से अपनी अब आती रहे बहार कभी ग़ुलाम अब्बास
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मत कह बुरा किसी को जो कोई बुरा भी है ग़ुलाम अब्बास
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मिरे साक़िया सुराही मिरे हाथ में थमा दे ग़ुलाम अब्बास
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ये ग़ज़ाल सी निगाहें ये शबाब ये अदाएँ ग़ुलाम अब्बास
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रहबर ही न बन दोस्त का भी फ़र्ज़ निभा दोस्त ग़ुलाम अब्बास
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लोग कहें दीवाना तुझ को तू समझे तू दाना है ग़ुलाम अब्बास
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वो तो ख़ुश्बू है हर इक सम्त बिखरना है उसे ग़ुलाम अब्बास
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शहर में मिलते हैं मुश्किल से कहीं चार काँधे भी उठाने के लिए ग़ुलाम अब्बास
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शहर में मिलते हैं मुश्किल से कहीं चार काँधे भी उठाने के लिए ग़ुलाम अब्बास
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सब दवाएँ तो हुईं अब ये दु'आ हो जाए ग़ुलाम अब्बास
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साक़िया लुत्फ़ मय का जब आए ग़ुलाम अब्बास
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साथ क्या सच का दे दिया हम ने ग़ुलाम अब्बास
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सामने जब है आइना होता ग़ुलाम अब्बास
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हम से हुई कि आप से ये बहस है फ़ुज़ूल ग़ुलाम अब्बास
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हर फ़िक्र से बेगाना-ओ-अंजान बना दे ग़ुलाम अब्बास
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हस्ती मिटा कर अपनी जब इक बूँद सागर में गिरी ग़ुलाम अब्बास
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हार में फँस के लटकने में मज़ा क्या है बता ग़ुलाम अब्बास
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असर उस को ज़रा नहीं होता ग़ुलाम अब्बास
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आनंदी ग़ुलाम अब्बास
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मैं ने रोका भी नहीं और वो ठहरा भी नहीं ग़ुलाम अब्बास
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हम से भागा न करो दूर ग़ज़ालों की तरह ग़ुलाम अब्बास