kisi ko de ke dil koi nawa-sanj-e-fughan kyun ho सुरैया
अच्छी सूरत पे ग़ज़ब टूट के आना दिल का सुरैया
असर उस को ज़रा नहीं होता सुरैया
तुझी को जो याँ जल्वा-फ़रमा न देखा सुरैया
बाज़ीचा-ए-अतफ़ाल है दुनिया मिरे आगे सुरैया
रहिए अब ऐसी जगह चल कर जहाँ कोई न हो सुरैया
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