Font by Mehr Nastaliq Web

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर
Akhtar Orenvi's Photo'

अख़्तर ओरेनवी

1911 - 1977 | मुंगेर, भारत

प्रसिद्ध आलोचक, शोधकर्ता, कथाकार और शायर,अपनी रोमांटिक नज़्मों के लिए भी जाने गए।

प्रसिद्ध आलोचक, शोधकर्ता, कथाकार और शायर,अपनी रोमांटिक नज़्मों के लिए भी जाने गए।

अख़्तर ओरेनवी

कहानी 9

लेख 1

 

उद्धरण 1

मौत और ज़िंदगी के दरमियान भी इंसानियत दर्जों में बटी हुई है। घर, अस्पताल और क़ब्रिस्तान हर जगह नंबर एक, नंबर दो तीन की तफ़रीक़ होती है।

  • शेयर कीजिए
 

अशआर 5

मिज़ाज-ए-नाज़-ए-जल्वा कभी पा सकीं निगाहें

कि उलझ के रह गई हैं तिरी ज़ुल्फ़-ए-ख़म-ब-ख़म में

  • शेयर कीजिए

मैं मुंतज़िर हूँ तेरी तमन्ना लिए हुए

जा फ़रोग़-ए-हुस्न की दुनिया लिए हुए

  • शेयर कीजिए

जुनूँ भी ज़हमत ख़िरद भी ल'अनत है ज़ख़्म-ए-दिल की दवा मोहब्बत

हरीम-ए-जाँ में तवाफ़-ए-पैहम यही है अंदाज़-ए-आशिक़ाना

  • शेयर कीजिए

कितने ताबाँ थे वो लम्हात तिरे पहलू में

दो घड़ी मेरी भी फ़िरदौस मिना गुज़री है

  • शेयर कीजिए

मिरी आरज़ू की तस्कीं करम में ने सितम में

मिरा दिल मुदाम तिश्ना तिरी रह के पेच-ओ-ख़म में

  • शेयर कीजिए

ग़ज़ल 10

पुस्तकें 37

"मुंगेर" के और लेखक

 

Recitation

Jashn-e-Rekhta | 13-14-15 December 2024 - Jawaharlal Nehru Stadium , Gate No. 1, New Delhi

Get Tickets
बोलिए