आज़म जलालाबादी, त्रिलोक नाथ (1896-1989)नामवर हकीम थे मगर शोहरत शाइरी से थी। पत्रकार भी थे, कई पत्रिकाओं का संपादन किया। स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े रहे और क़ौमी नज़्में लिखीं। गीता का उर्दू अनुवाद किया और ड्रामे भी लिखे। पंजाब के शह्र जलालाबाद में जन्म।