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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

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धर्मवीर भारती

1926 - 1997

समादृत कवि-कथाकार और अनुवादक। ‘धर्मयुग’ साप्ताहिक के संपादक के रूप में भी चर्चित।

समादृत कवि-कथाकार और अनुवादक। ‘धर्मयुग’ साप्ताहिक के संपादक के रूप में भी चर्चित।

धर्मवीर भारती

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