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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

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Divakar Rahi's Photo'

दिवाकर राही

1914 - 1968 | रामपुर, भारत

प्रसिद्ध शायर, लोकप्रिय शे’र ‘अब तो इतनीभी मयस्सर नहीं मयखाने में - जितनी हम छोड़ दिया करते थे पैमाने में’ के रचयिता

प्रसिद्ध शायर, लोकप्रिय शे’र ‘अब तो इतनीभी मयस्सर नहीं मयखाने में - जितनी हम छोड़ दिया करते थे पैमाने में’ के रचयिता

दिवाकर राही की चित्र शायरी

अब तो उतनी भी मयस्सर नहीं मय-ख़ाने में

अब तो उतनी भी मयस्सर नहीं मय-ख़ाने में

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