Font by Mehr Nastaliq Web

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर
Farhat Ehsas's Photo'

फ़रहत एहसास

1952 | दिल्ली, भारत

उत्तर-आधुनिक उर्दू शायरी की एक प्रख्यात शख़्सियत

उत्तर-आधुनिक उर्दू शायरी की एक प्रख्यात शख़्सियत

फ़रहत एहसास

ग़ज़ल 199

नज़्म 25

अशआर 91

इक रात वो गया था जहाँ बात रोक के

अब तक रुका हुआ हूँ वहीं रात रोक के

  • शेयर कीजिए

वो चाँद कह के गया था कि आज निकलेगा

तो इंतिज़ार में बैठा हुआ हूँ शाम से मैं

  • शेयर कीजिए

चाँद भी हैरान दरिया भी परेशानी में है

अक्स किस का है कि इतनी रौशनी पानी में है

  • शेयर कीजिए

इलाज अपना कराते फिर रहे हो जाने किस किस से

मोहब्बत कर के देखो ना मोहब्बत क्यूँ नहीं करते

मैं रोना चाहता हूँ ख़ूब रोना चाहता हूँ मैं

फिर उस के बाद गहरी नींद सोना चाहता हूँ मैं

क़ितआ 1

 

पुस्तकें 289

चित्र शायरी 22

वीडियो 17

This video is playing from YouTube

वीडियो का सेक्शन
शायर अपना कलाम पढ़ते हुए

फ़रहत एहसास

फ़रहत एहसास

At Mushaira at Lal Qila Dehli

फ़रहत एहसास

Farhat "Ehsas" Jashn-e- Saleem Kausar Houston 2011

फ़रहत एहसास

Farhat Ehsas - Jashn e Adab International Delhi Mushaira 2015

फ़रहत एहसास

Tumhe Usse Muhabbat Hai tu Himmat Ku Nahi Karte Khaas Sher by Farhat Ehsas Delhi Mushaira 2014

फ़रहत एहसास

फ़रहत एहसास

Farhat Ehsaas, an eminent Urdu poet from Delhi. Watch him performing at his best at Rekhta studio. फ़रहत एहसास

फ़रहत एहसास

Farhat Ehsaas, an eminent Urdu poet from Delhi. Watch him performing at his best at Rekhta studio. फ़रहत एहसास

फ़रहत एहसास_

Farhat Ehsaas, an eminent Urdu poet from Delhi. Watch him performing at "Shaam-e-Sukhan", a ghazal evening organized by Rekhta. फ़रहत एहसास

इस तरह आता हूँ बाज़ारों के बीच

फ़रहत एहसास

उम्र बे-वज्ह गुज़ारे भी नहीं जा सकते

फ़रहत एहसास

तुम्हें उस से मोहब्बत है तो हिम्मत क्यूँ नहीं करते

फ़रहत एहसास

पैकर-ए-अक़्ल तिरे होश ठिकाने लग जाएँ

फ़रहत एहसास

पूरी तरह से अब के तय्यार हो के निकले

फ़रहत एहसास

ब-ज़ाहिर तो बदन-भर का इलाक़ा घेर रक्खा है

फ़रहत एहसास

ऑडियो 10

अब दिल की तरफ़ दर्द की यलग़ार बहुत है

उस तरफ़ तू तिरी यकताई है

कभी हँसते नहीं कभी रोते नहीं कभी कोई गुनाह नहीं करते

Recitation

संबंधित ब्लॉग

 

संबंधित लेखक

"दिल्ली" के और लेखक

Recitation

Jashn-e-Rekhta | 13-14-15 December 2024 - Jawaharlal Nehru Stadium , Gate No. 1, New Delhi

Get Tickets
बोलिए