फ़ज़ा आज़मी
अशआर 1
हम को भी हो चला था वफ़ाओं का कुछ यक़ीं
लेकिन वो मुस्कुरा दिए अहद-ए-वफ़ा के बाद
- अपने फ़ेवरेट में शामिल कीजिए
-
शेयर कीजिए
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere