संपूर्ण
परिचय
ग़ज़ल38
नज़्म68
शेर52
ई-पुस्तक28
टॉप 20 शायरी 20
चित्र शायरी 15
ऑडियो 6
वीडियो35
कहानी2
गेलरी 1
त्रिवेणी38
गुलज़ार
ग़ज़ल 38
नज़्म 68
अशआर 52
आप के बा'द हर घड़ी हम ने
आप के साथ ही गुज़ारी है
- अपने फ़ेवरेट में शामिल कीजिए
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
आइना देख कर तसल्ली हुई
हम को इस घर में जानता है कोई
- अपने फ़ेवरेट में शामिल कीजिए
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
वक़्त रहता नहीं कहीं टिक कर
आदत इस की भी आदमी सी है
- अपने फ़ेवरेट में शामिल कीजिए
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
कभी तो चौंक के देखे कोई हमारी तरफ़
किसी की आँख में हम को भी इंतिज़ार दिखे
- अपने फ़ेवरेट में शामिल कीजिए
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
ज़िंदगी यूँ हुई बसर तन्हा
क़ाफ़िला साथ और सफ़र तन्हा
- अपने फ़ेवरेट में शामिल कीजिए
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
कहानी 2
त्रिवेणी 38
पुस्तकें 28
चित्र शायरी 15
हर एक ग़म निचोड़ के हर इक बरस जिए दो दिन की ज़िंदगी में हज़ारों बरस जिए सदियों पे इख़्तियार नहीं था हमारा दोस्त दो चार लम्हे बस में थे दो चार बस जिए सहरा के उस तरफ़ से गए सारे कारवाँ सुन सुन के हम तो सिर्फ़ सदा-ए-जरस जिए होंटों में ले के रात के आँचल का इक सिरा आँखों पे रख के चाँद के होंटों का मस जिए महदूद हैं दुआएँ मिरे इख़्तियार में हर साँस पुर-सुकून हो तू सौ बरस जिए
वीडियो 35
This video is playing from YouTube
