Font by Mehr Nastaliq Web

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर
noImage

जवाहर सिंह जौहर

- 1913

जवाहर सिंह जौहर

अशआर 1

ख़ार की तरह मिली बाग़-ए-जहाँ में तक़दीर

जिस से लिपटूँ वो छुड़ा लेता है दामन अपना

  • शेयर कीजिए
 

पुस्तकें 1

 

Recitation

बोलिए