ख़्वाजा अज़ीज़ुल हसन मज्ज़ूब के शेर
हर तमन्ना दिल से रुख़्सत हो गई
अब तो आ जा अब तो ख़ल्वत हो गई
-
टैग : तसव्वुफ़
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
जिस्म बे-हिस बे-शिकन बिस्तर रहा
मैं नए अंदाज़ से मुज़्तर रहा
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड