Font by Mehr Nastaliq Web

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर
noImage

मन्नू भंडारी

1931 - 2021

मन्नू भंडारी की कहानियाँ

त्रिशंकु

तनू एक ऐसे रौशन ख़्याल और माडर्न घराने से ताल्लुक़ रखती है जिसके वालदैन ने लव मैरिज की है और उसकी वालिदा इस लव मैरिज के सिलसिले में नाना की मुख़ालिफ़त और अपने मुकालमों को इतनी बार दोहरा चुकी हैं कि तनू को अज़बर हो गए हैं। पड़ोस में रहने वाले कुछ तालिब-इल्म जब तनू पर फब्तियाँ कसते हैं तो मम्मी उनको अपने घर बुला कर तनू की दोस्ती करा देती हैं लेकिन जब तनू और शेखर के मुआमलात बढ़ने लगते हैं तो मम्मी एक दम से नाना बन जाती हैं लेकिन उनका दूसरा पहलू ये भी है कि सख़्ती करने के बाद एक दम नर्म पड़ जाती हैं। शेखर और उनके दोस्त घर आते हैं तो मम्मी पापा इस तरह मिलते हैं जैसे कुछ हुआ ही ना हो। तनू सोचती है कि काश मम्मी सौ फ़ीसद नाना होतीं।

Recitation

Jashn-e-Rekhta | 13-14-15 December 2024 - Jawaharlal Nehru Stadium , Gate No. 1, New Delhi

Get Tickets
बोलिए