मिर्ज़ा सलामत अली दबीर का परिचय
उपनाम : 'दबीर'
मूल नाम : मिर्ज़ा सलामत अली दबीर
जन्म : 29 Aug 1803/4 | दिल्ली
निधन : 07 Mar 1875 | लखनऊ, उत्तर प्रदेश
संबंधी : मीर मुज़फ़्फ़र हुसैन ज़मीर (गुरु), सय्यद अली मियाँ कामिल (शिष्य)
किस शेर की आमद है कि रन काँप रहा है
रुस्तम का जिगर ज़ेर-ए-कफ़न काँप रहा है
मिर्ज़ा सलामत अली दबीर उर्दू के एक कवि थे। उन्होंने मरसिया लिखने की कला को एक नया मुकाम दिया। उन्हें मीर अनीस के साथ मरसिया निगारी का प्रमुख प्रवक्ता माना जाता है।
मिर्जा सलामत अली का जन्म 1803 में मिर्जा गुलाम हुसैन के घर दिल्ली में हुआ था। उनमें बचपन से ही मरसिया पढ़ने की लगन थी। इसलिए वे प्रसिध मरसिया-गो मीर मुज़फ्फर हुसैन के शिष्य बन गए। जब मीर अनीस फैज़ाबाद से लखनऊ आए तो उनकी आपस में दोस्ती हो गयी।
सहायक लिंक : | https://en.wikipedia.org/wiki/Mirza_Salaamat_Ali_Dabeer