- पुस्तक सूची 185969
-
-
पुस्तकें विषयानुसार
-
बाल-साहित्य1923
औषधि884 आंदोलन291 नॉवेल / उपन्यास4416 -
पुस्तकें विषयानुसार
- बैत-बाज़ी11
- अनुक्रमणिका / सूची5
- अशआर64
- दीवान1437
- दोहा64
- महा-काव्य105
- व्याख्या182
- गीत83
- ग़ज़ल1118
- हाइकु12
- हम्द44
- हास्य-व्यंग36
- संकलन1547
- कह-मुकरनी6
- कुल्लियात676
- माहिया19
- काव्य संग्रह4879
- मर्सिया376
- मसनवी818
- मुसद्दस57
- नात538
- नज़्म1204
- अन्य68
- पहेली16
- क़सीदा182
- क़व्वाली19
- क़ित'अ60
- रुबाई290
- मुख़म्मस17
- रेख़्ती12
- शेष-रचनाएं27
- सलाम33
- सेहरा9
- शहर आशोब, हज्व, ज़टल नामा13
- तारीख-गोई28
- अनुवाद73
- वासोख़्त26
मोहम्मद हसन असकरी की कहानियाँ
हराम जादी
दरवाज़े की धड़ धड़ और "किवाड़ खोलो" की मुसलसल और ज़िद्दी चीख़ें उसके दिमाग़ में इस तरह गूंजी जैसे गहरे तारीक कुएँ में डोल के गिरने की तवील, गरजती हुई आवाज़। उसकी पुर-ख़्वाब-व-नीम रज़ामंद आँखें आहिस्ता आहिस्ता खुलीं लेकिन दूसरे लम्हे ही मुँह अंधेरे के हल्के हल्के
चाय की प्याली
हालाँकि वो ये देखना तो चाहती थी कि इस एक साल के दौरान में कौन-कौन सी नई दुकानें खुली हैं, कौन-कौन से पुराने चेहरे अभी तक नज़र आते हैं, वो गोरा गोरा सुनार का लड़का अब भी दुकान पर बैठा हुआ अपने बालों पर हाथ फेरता रहता है या नहीं, सिंगर के एजैंट के यहाँ वो
join rekhta family!
-
बाल-साहित्य1923
-