प्रमुखतम प्रगतिशील शायरों में विख्यात/ फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ के समकालीन/अपनी गज़ल ‘मरने की दुआएँ क्यों माँगूँ.......’ के लिए प्रसिद्ध, जिसे कई गायकों ने स्वर दिए हैं
प्रमुखतम प्रगतिशील शायरों में विख्यात/ फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ के समकालीन/अपनी गज़ल ‘मरने की दुआएँ क्यों माँगूँ.......’ के लिए प्रसिद्ध, जिसे कई गायकों ने स्वर दिए हैं
मरने की दुआएँ क्यूँ माँगूँ जीने की तमन्ना कौन करे हबीब वली मोहम्मद
Apni Soi Hui Dunya सलमान अल्वी
मरने की दुआएँ क्यूँ माँगूँ जीने की तमन्ना कौन करे भारती विश्वनाथन
मौत
शायर अपना कलाम पढ़ते हुए
दिल सर्द हो तो वा लब-ए-गुफ़्तार क्या करें मुईन अहसन जज़्बी
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