Font by Mehr Nastaliq Web

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

उबैद हारिस

ग़ज़ल 6

अशआर 9

इन्हें आगे निकल जाने दो 'हारिस'

बलाएँ कब से पीछा कर रही हैं

  • शेयर कीजिए

ख़ाली दीवार बुरी लगती है

मेरी तस्वीर ही रहने देते

  • शेयर कीजिए

खोलो कोई ऐब किसी का भी यहाँ पर

आसेब को मिल जाएगा दरवाज़ा खुला सा

  • शेयर कीजिए

तह-ब-तह खुलती ही रहती है सदा

'मीर' के दीवान सी है ज़िंदगी

  • शेयर कीजिए

हम किताबों में जिसे पाते हैं 'हारिस'

आदमी वैसा कोई मिलता कहाँ है

  • शेयर कीजिए

पुस्तकें 3

 

संबंधित लेखक

"महाराष्ट्र" के और लेखक

Recitation

Jashn-e-Rekhta | 13-14-15 December 2024 - Jawaharlal Nehru Stadium , Gate No. 1, New Delhi

Get Tickets
बोलिए