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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

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Parveen Fana Syed's Photo'

परवीन फ़ना सय्यद

1936 - 2010 | रावलपिंडी, पाकिस्तान

परवीन फ़ना सय्यद के शेर

मेरी आँखों में उतरने वाले

डूब जाना तिरी आदत तो नहीं

तेरी पहचान के लाखों अंदाज़

सर झुकाना ही इबादत तो नहीं

खुल के रो लूँ तो ज़रा जी सँभले

मुस्कुराना ही मसर्रत तो नहीं

हर सम्त सुकूत बोलता है

ये कौन से जुर्म की सज़ा है

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