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Fazl Ahmad kariim Fazli's Photo'

फ़ज़्ल अहमद करीम फ़ज़ली

1906 - 1981

फ़ज़्ल अहमद करीम फ़ज़ली

ग़ज़ल 8

अशआर 7

अहल-ए-हुनर के दिल में धड़कते हैं सब के दिल

सारे जहाँ का दर्द हमारे जिगर में है

ग़म-ए-दौराँ में कहाँ बात ग़म-ए-जानाँ की

नज़्म है अपनी जगह ख़ूब मगर हाए ग़ज़ल

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नक़ाब उन ने रुख़ से उठाई तो लेकिन

हिजाबात कुछ दरमियाँ और भी हैं

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फ़रेब-ए-करम इक तो उन का है इस पर

सितम मेरी ख़ुश-फ़हमियाँ और भी हैं

हमारे उन के तअल्लुक़ का अब ये आलम है

कि दोस्ती का है क्या ज़िक्र दुश्मनी भी नहीं

पुस्तकें 6

 

वीडियो 3

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शायर अपना कलाम पढ़ते हुए

फ़ज़्ल अहमद करीम फ़ज़ली

फ़ज़्ल अहमद करीम फ़ज़ली

फ़ज़्ल अहमद करीम फ़ज़ली

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