Font by Mehr Nastaliq Web

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर
Hafeez Hoshiarpuri's Photo'

हफ़ीज़ होशियारपुरी

1912 - 1973

अपनी ग़ज़ल ' मोहब्बत करने वाले कम होंगे ' के लिए प्रसिध्द जिसे कई गायकों ने गाया है।

अपनी ग़ज़ल ' मोहब्बत करने वाले कम होंगे ' के लिए प्रसिध्द जिसे कई गायकों ने गाया है।

हफ़ीज़ होशियारपुरी

ग़ज़ल 20

नज़्म 1

 

अशआर 24

अगर तू इत्तिफ़ाक़न मिल भी जाए

तिरी फ़ुर्क़त के सदमे कम होंगे

जब कभी हम ने किया इश्क़ पशेमान हुए

ज़िंदगी है तो अभी और पशेमाँ होंगे

ज़माने भर के ग़म या इक तिरा ग़म

ये ग़म होगा तो कितने ग़म होंगे

दुनिया में हैं काम बहुत

मुझ को इतना याद

  • शेयर कीजिए

ये तमीज़-ए-इश्क़-ओ-हवस नहीं है हक़ीक़तों से गुरेज़ है

जिन्हें इश्क़ से सरोकार है वो ज़रूर अहल-ए-हवस भी हैं

  • शेयर कीजिए

पुस्तकें 5

 

वीडियो 19

This video is playing from YouTube

वीडियो का सेक्शन
शायर अपना कलाम पढ़ते हुए

हफ़ीज़ होशियारपुरी

हफ़ीज़ होशियारपुरी

हफ़ीज़ होशियारपुरी

हफ़ीज़ होशियारपुरी

न पूछ क्यूँ मिरी आँखों में आ गए आँसू

हफ़ीज़ होशियारपुरी

फिर से आराइश-ए-हस्ती के जो सामाँ होंगे

हफ़ीज़ होशियारपुरी

लफ़्ज़ अभी ईजाद होंगे हर ज़रूरत के लिए

हफ़ीज़ होशियारपुरी

Recitation

Jashn-e-Rekhta | 13-14-15 December 2024 - Jawaharlal Nehru Stadium , Gate No. 1, New Delhi

Get Tickets
बोलिए