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क़तील शिफ़ाई के वीडियो
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शायर अपना कलाम पढ़ते हुए
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शायर अपना कलाम पढ़ते हुए
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क़तील शिफ़ाई
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क़तील शिफ़ाई
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Qatiil Shifai reading in a mushaira क़तील शिफ़ाई
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Qatil shifaii at mushaira क़तील शिफ़ाई
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अंगड़ाई पर अंगड़ाई लेती है रात जुदाई की क़तील शिफ़ाई
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आओ कोई तफ़रीह का सामान किया जाए क़तील शिफ़ाई
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ये मो'जिज़ा भी मोहब्बत कभी दिखाए मुझे क़तील शिफ़ाई
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रक़्स करने का मिला हुक्म जो दरियाओं में क़तील शिफ़ाई
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अमानत अली ख़ान
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मेहदी हसन
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अपने हाथों की लकीरों में सजा ले मुझ को मसूद तन्हा
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उल्फ़त की नई मंज़िल को चला तू बाँहें डाल के बाँहों में इक़बाल बानो
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उस अदा से भी हूँ मैं आश्ना तुझे इतना जिस पे ग़ुरूर है एजाज़ हुसैन हज़रावी
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क़तील शिफ़ाई तौसीफ़ अख़्तर
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गर्मी-ए-हसरत-ए-नाकाम से जल जाते हैं मेहदी हसन
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दिल को ग़म-ए-हयात गवारा है इन दिनों प्रतिभा बघेल
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यारो किसी क़ातिल से कभी प्यार न माँगो मेहदी हसन
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सदमा तो है मुझे भी कि तुझ से जुदा हूँ मैं मसूद तन्हा
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हालात के क़दमों पे क़लंदर नहीं गिरता मसूद तन्हा
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अज्ञात
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अंगड़ाई पर अंगड़ाई लेती है रात जुदाई की चित्रा सिंह
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अपने हाथों की लकीरों में सजा ले मुझ को अज्ञात
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अपने हाथों की लकीरों में सजा ले मुझ को अज्ञात
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अपने हाथों की लकीरों में सजा ले मुझ को अज्ञात
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अपने हाथों की लकीरों में सजा ले मुझ को असद अमानत अली
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अपने होंटों पर सजाना चाहता हूँ जगजीत सिंह
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इक जाम खनकता जाम कि साक़ी रात गुज़रने वाली है ज़ुल्फ़िक़ार अली बुख़ारी
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किया है प्यार जिसे हम ने ज़िंदगी की तरह ग़ुलाम अली
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किया है प्यार जिसे हम ने ज़िंदगी की तरह जगजीत सिंह
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गर्मी-ए-हसरत-ए-नाकाम से जल जाते हैं नसीम बेगम
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गर्मी-ए-हसरत-ए-नाकाम से जल जाते हैं ज़ाहिदा परवीन
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गर्मी-ए-हसरत-ए-नाकाम से जल जाते हैं फ़रीदा ख़ानम
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गर्मी-ए-हसरत-ए-नाकाम से जल जाते हैं पंकज उदास
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चाँदी जैसा रंग है तेरा सोने जैसे बाल पंकज उदास
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जो भी ग़ुंचा तिरे होंटों पे खिला करता है नसीम बेगम
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तुम पूछो और मैं न बताऊँ ऐसे तो हालात नहीं अज्ञात
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तुम पूछो और मैं न बताऊँ ऐसे तो हालात नहीं भूपिंदर सिंह
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तुम पूछो और मैं न बताऊँ ऐसे तो हालात नहीं विविध
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तुम्हारी अंजुमन से उठ के दीवाने कहाँ जाते हबीब वली मोहम्मद
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तुम्हारी अंजुमन से उठ के दीवाने कहाँ जाते ओस्मान मीर
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तुम्हारी अंजुमन से उठ के दीवाने कहाँ जाते सज्जाद हुसैन
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तुम्हारी अंजुमन से उठ के दीवाने कहाँ जाते चित्रा सिंह
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दिल को ग़म-ए-हयात गवारा है इन दिनों अज्ञात
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दिल जलता है शाम सवेरे मेहरान अमरोही
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परेशाँ रात सारी है सितारो तुम तो सो जाओ इक़बाल बानो
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ये किस ने कहा तुम कूच करो बातें न बनाओ इंशा-जी सलमान अल्वी
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ये मो'जिज़ा भी मोहब्बत कभी दिखाए मुझे भारती विश्वनाथन
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वो दिल ही क्या तिरे मिलने की जो दुआ न करे अज्ञात
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वो दिल ही क्या तिरे मिलने की जो दुआ न करे अज्ञात
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वो दिल ही क्या तिरे मिलने की जो दुआ न करे अज्ञात
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वो दिल ही क्या तिरे मिलने की जो दुआ न करे अज्ञात
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वो दिल ही क्या तिरे मिलने की जो दुआ न करे अनूप जलोटा
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वो दिल ही क्या तिरे मिलने की जो दुआ न करे राज कुमार रिज़वी
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वो दिल ही क्या तिरे मिलने की जो दुआ न करे अनुराधा पौडवाल
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वो दिल ही क्या तिरे मिलने की जो दुआ न करे जगजीत सिंह
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वो दिल ही क्या तिरे मिलने की जो दुआ न करे भारती विश्वनाथन
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वो दिल ही क्या तिरे मिलने की जो दुआ न करे साबरी ब्रदर्स
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हुस्न को चाँद जवानी को कँवल कहते हैं सलमान अल्वी
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ये मो'जिज़ा भी मोहब्बत कभी दिखाए मुझे जगजीत सिंह