aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
मुख़म्मस, उर्दू कविता का एक प्रारूप है, जिस में प्रत्येक बन्द या चरण 5-5 पंक्ति का होता है पहले चरण की सभी पंक्तियों में एक-सी लयबद्धता होती है। जबकि बाद के सभी बन्द अपनी अन्तिम पंक्ति में शुरुआती बन्द की आखिरी बन्दिश लय में आबद्ध होते रहते हैं। रेख़्ता द्वारा प्रस्तुत बेहतरीन मुख़म्मस पुस्तकें यहाँ पढ़ें।
Jashn-e-Rekhta | 13-14-15 December 2024 - Jawaharlal Nehru Stadium , Gate No. 1, New Delhi
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