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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : मुन्शी अब्दुल गनी सब्र

प्रकाशक : शम्सुल मताबे, लखनऊ

मूल : लखनऊ, भारत

प्रकाशन वर्ष : 1923

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : कि़स्सा / दास्तान

पृष्ठ : 57

सहयोगी : हिन्दुस्तानी एकेडमी, इलाहाबाद

afsana-e-aashiq dilgeer
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