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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : बाबू राम परशाद

प्रकाशक : अबुल उलाई प्रेस, आगरा

मूल : आगरा, भारत

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : खेती-बाड़ी

पृष्ठ : 53

सहयोगी : ख़ुदा बख़्श लाइब्रेरी, पटना

समर्थन : Dentsu (एक CSR पहल)

arand kharbooza ya arand kakri ya papeeta papayya ki kasht
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