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रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : मख़मूर देहलवी

प्रकाशक : मतबूआ दिल्ली प्रिंटिंग वर्क्स, दिल्ली

मूल : दिल्ली, भारत

प्रकाशन वर्ष : 1953

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : शाइरी

उप श्रेणियां : काव्य संग्रह

पृष्ठ : 241

सहयोगी : अब्दुर्रशीद

bada-e-makhmoor
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पुस्तक: परिचय

زیر نظر مخمور دہلوی کا مجموعہ کلام " بادہء مخمور" ہے۔ زبان صاف اورسلیس ہے۔ ان کا کلام موضوعات کے تنوع ،ندرت خیال ، بندش الفاظ، پرواز تخیل اور اسلوب کی روانی کے ساتھ موثر اور کامیاب ہے۔کلام مخمور سے متعلق حفیظ الرحمن صاحب رقمطراز ہیں " مخمور صاحب کے کلام میں زبان کی چاشنی بھی ہے۔مضمون آفرینی اور ندرت بھی ہے،چست ترکیبیں اور انوکھی طرز ادابھی ہے۔ سیدھے سادے مضمون کواپنے اشعار میں ایسے موثر اندازمیں باندھتے ہیں کہ مضمون آپ کی ملکیت ہوجاتا ہے۔خاص دلی کی مستند اور شستہ زبان لکھتے ہیں ۔" کلام مخمور اپنی تخیل کی بلندی ،زبان کی سلاست اور الفاظ کی صحیح دروبست کے ساتھ قارئین کے دل میں جگہ بنانے میں کامیاب ہے۔ کتاب کے شروع میں کچھ تقریظیں اور مضامین ہیں جو مخمور دہلوی کے کلام کی تفہیم میں معاون ہیں۔

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लेखक: परिचय

मख़्मूर देहलवी फ़ज़्ल-ए-इलाही (1900-1956) देहली के मशहूर और लोकप्रिय शाइर। ‘बेख़ुद’ देहलवी के शागिर्द। कई साल पटौदी के नवाब के मुलाज़िम रहे। बीवी से इतनी मोहब्बत थी कि उन की मौत हुई तो कई महीने उन की क़ब्र पर पड़े रहे। कलाम तरन्नुम में पढ़ते थे और समाँ बाँध देते थे।

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