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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : अब्दुल हकीम सियालकोटी

प्रकाशक : मुंशी नवल किशोर, लखनऊ

मूल : लखनऊ, भारत

प्रकाशन वर्ष : 1882

भाषा : Arabic

श्रेणियाँ : मुंशी नवल किशोर के प्रकाशन

पृष्ठ : 290

सहयोगी : सुमन मिश्रा

bahashiya-e-abdul hakeem
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