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jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : सीमाब अकबराबादी

प्रकाशक : अज़ीज़ी प्रेस

मूल : आगरा, भारत

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : धर्म-शास्त्र

उप श्रेणियां : इस्लामियात

पृष्ठ : 163

सहयोगी : जामिया हमदर्द, देहली

bahishti jhoomar
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लेखक: परिचय

मौलवी मोहम्मद हुसैन के बेटे सैयद आशिक़ हुसैन सिद्दीकी को अल्लामा सीमाब अकबर आबादी के नाम से जाना जाता है । वो आगरा  में जन्मे । दाग देहलवी के शिष्य थे । एक समय में वो  घर-घर पढ़े जाते थे । कहते हैं पूरे भारत में उनके हज़ारों शिष्यों थे । किताबों की संख्या भी बहुत ज़्यादा है । पत्रिका शायर के समकालीन उर्दू साहित्य नंबर 1997-98 में उनके किताबों की एक सूची इफ्तिखार इमाम सिद्दीकी ने दी है । गद्य और पद्य की अक्सर शैली में उनकी किताबें मिल जाती हैं  । क़ुरान-पाक का मंजूम अनुवाद किया । ग़ज़ल से ज़्यादा नज़्म पर पर जोर था । कहा जाता है कि छात्र जीवन में वो फ़ारसी पाठ्यक्रम में जितने शेर होते थे उनका मंजूम उर्दू अनुवाद शिक्षकों के सामने रख देते थे । कुछ समय रेलवे में कार्यरत रहे । एक साप्ताहिक पर्चा '' ताज '' और एक मासिक पत्रिका ''शायर '' निकाला । कलीम-ए-अज्म और सिदरतुल मुंतहा  से  '' लौह-ए-महफ़ूज'' तक सीमाब  की काव्य यात्रा खासी  लंबी है । जैबुन्निसा बेगम पर भी उनकी किताब यादगार है । पत्रिका शायर आज भी बम्बई से निकल रहा है । पाकिस्तान में सीमाब अकादमी भी स्थापित है ।

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