Font by Mehr Nastaliq Web

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : नजमुल ग़नी ख़ान नजमी रामपुरी

प्रकाशक : मुंशी नवल किशोर, लखनऊ

मूल : लखनऊ, भारत

प्रकाशन वर्ष : 1910

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : भाषा एवं साहित्य, छंदशास्र, मुंशी नवल किशोर के प्रकाशन

उप श्रेणियां : भाषा

पृष्ठ : 1113

सहयोगी : सुमन मिश्रा

bahr-ul-fasaahat
For any query/comment related to this ebook, please contact us at haidar.ali@rekhta.org

पुस्तक: परिचय

اردو زبان میں یوں تو فن شاعری اور علم العروض پر بے شمار کتابیں لکھی گئی ہیں لیکن تمام محققین اورزبان داں اس بات پر متفق ہیں کہ بحرالفصاحت ان سب میں ممتاز ہے۔مولوی نجم الغنی خاں نے مختلف موضوعات پرتیس سے زائد کتابیںتصنیف و تالیف کیں لیکن یہی کتاب ان کی شہرت اور افتخار کا سبب ہوئی،جس سے بعد میں اس موضوع پر لکھنے والے تمام اہلِ عروض نے استفادہ کیا۔

.....और पढ़िए
For any query/comment related to this ebook, please contact us at haidar.ali@rekhta.org

लेखक की अन्य पुस्तकें

लेखक की अन्य पुस्तकें यहाँ पढ़ें।

पूरा देखिए

लोकप्रिय और ट्रेंडिंग

सबसे लोकप्रिय और ट्रेंडिंग उर्दू पुस्तकों का पता लगाएँ।

पूरा देखिए

Jashn-e-Rekhta | 13-14-15 December 2024 - Jawaharlal Nehru Stadium , Gate No. 1, New Delhi

Get Tickets
बोलिए