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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : दत्तात्रिया कैफ़ी

प्रकाशक : मतबा मुफ़ीद-ए-आम, लाहौर

मूल : लाहौर, पाकिस्तान

प्रकाशन वर्ष : 1905

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : शाइरी

उप श्रेणियां : नज़्म

पृष्ठ : 104

सहयोगी : अंजुमन तरक़्क़ी उर्दू (हिन्द), देहली

bharat darpan
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लेखक: परिचय

कैफ़ी, पंडित बृजमोहन दत्तात्रेय (1866-1955) देहली के एक सम्मानित कश्मीरी पंडित घराने में पैदा हुए। जैसा दस्तूर था, ता’लीम की शुरुआ’त अ’रबी, फ़ारसी से हुई। अंग्रेज़ी सेंट स्टीफेंस कालेज में पढ़ी। हिंदी और संस्कृत भी जानते थे। मौलाना ‘हाली’ शाइ’री में उनके उ’स्ताद थे। अंजुमन तरक़्क़ी-ए-उर्दू से उनका गहरा संबंध रहा।

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