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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : किश्वर नाहीद

संस्करण संख्या : 001

प्रकाशक : अदब पब्लिकेशन्स, नई दिल्ली

मूल : नई दिल्ली, भारत

प्रकाशन वर्ष : 1995

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : आत्मकथा

पृष्ठ : 149

सहयोगी : गवर्नमेंट उर्दू लाइब्रेरी, पटना

buri aurat ki katha
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लेखक: परिचय

किश्वर नाहीद पाकिस्तान की एक समादृत शायरा हैं। उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय, लाहौर से अर्थशास्त्र में एम.ए. की डिग्री हासिल की है। वह एक अत्यधिक सृजनशील लेखिका हैं, और उनकी शायरी के 12 संग्रह पाकिस्तान और भारत से प्रकाशित हो चुके हैं। उनकी उर्दू शायरी विदेशों में भी प्रकाशित हुई है। उन्होंने बच्चों के लिए भी आठ पुस्तकें लिखी हैं और बच्चों के साहित्य के लिए प्रतिष्ठित यूनेस्को पुरस्कार जीता है। बच्चों के प्रति उनका प्रेम उतना ही है जितना कि महिलाओं के प्रति उनकी चिंता। वह इस चिंता को अपनी कविता "असिन बुरियाँ वे लोको" में व्यक्त करती हैं, जो वर्तमान पुरुष-प्रधान समाज में महिलाओं की दुर्दशा पर एक मार्मिक ध्यान केंद्रित करती है। किश्वर नाहीद की शेर-ओ-शायरी में उनकी लोकप्रिय किताबें जैसे “लब-ए-गोया”, “बेनाम मुसाफ़त”, “गलियाँ, धूप, दरवाज़े”, “बुरी औरत की कथा”आदि शामिल हैं।

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