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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : शमीम अहमद

प्रकाशक : मकतबा-ए-मो-ए-क़लम रुसतम जी लैन, कोइटा

मूल : क्वेटा, पाकिस्तान

प्रकाशन वर्ष : 1983

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : शोध एवं समीक्षा

उप श्रेणियां : आलोचना

पृष्ठ : 395

सहयोगी : रेख़्ता

burrish-e-qalam
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