Font by Mehr Nastaliq Web

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : क़मर जमील

संस्करण संख्या : 001

प्रकाशक : मकतबा आसी, कराची

मूल : कराची, पाकिस्तान

प्रकाशन वर्ष : 1985

भाषा : Urdu

पृष्ठ : 212

सहयोगी : जीलानी बनो लाइब्रेरी ऐंड रिसर्च सेंटर

chahar khwab
For any query/comment related to this ebook, please contact us at haidar.ali@rekhta.org

लेखक: परिचय

क़मर जमील 10 मई 1927 को हैदराबाद में पैदा हुए. उनका पैतृक स्थान सिकंदरपुर ज़िला बलिया था. इलाहाबाद से इंटर और उस्मानिया यूनिवर्सिटी से बी.ए. किया. क़मर जमील की पहचान एक प्रयोग करनेवाले शाइर और नये अदबी मसाइल पर  सोचने और लिखने वाले आलोचक के रूप में स्थापित हुई. उनके दो काव्य संग्रह प्रकाशित हुए, ‘ख़्वाबनुमा’ और ‘चहार ख़्वाब’ यह दोनों संग्रह उनकी प्रायोगिक रचनात्मकता के प्रतिनिधि हैं. 
क़मर जमील गद्यात्मक नज़्में कहीँ और उर्दू के रचनात्मक समाज में गद्यात्मक नज़्म के आधार और उसके स्थायित्व के लिए आलेख भी लिखे. उन्होंने आधुनिक साहित्यिक विषयों और गद्यात्मक नज़्मों पर आधारित एक साहित्यिक पत्रिका ‘जाएज़े’ के नाम से प्रकाशित किया. उसकेबाद ‘दर्याफ़्त’ के नाम से एक पत्रिका का प्रकाशन किया जो उपमहाद्वीप में उत्तर आधुनिक संस्कृति का सबसे अहम और प्रतिनिधि पत्रिका बन गयी. क़मर जमील के आलोच्नात्मक आलेख ‘जदीद अदब की सरहदें’ के नाम से दो खण्डों में प्रकाशित हुए. 27 अगस्त 2000 को क़मर जमील का देहांत हुआ.

.....और पढ़िए
For any query/comment related to this ebook, please contact us at haidar.ali@rekhta.org

लेखक की अन्य पुस्तकें

लेखक की अन्य पुस्तकें यहाँ पढ़ें।

पूरा देखिए

लोकप्रिय और ट्रेंडिंग

सबसे लोकप्रिय और ट्रेंडिंग उर्दू पुस्तकों का पता लगाएँ।

पूरा देखिए

Jashn-e-Rekhta | 13-14-15 December 2024 - Jawaharlal Nehru Stadium , Gate No. 1, New Delhi

Get Tickets
बोलिए