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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : शबाबुद्दीन

प्रकाशक : शबाबुद्दीन

मूल : आज़मगढ़, भारत

प्रकाशन वर्ष : 2008

भाषा : Urdu

पृष्ठ : 216

सहयोगी : दारुल मुसन्निफ़ीन शिबली अकादमी, आज़मगढ़

dar-ul-musannifeen ki adabi khidmat ka taaruf (1980 tak)
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