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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : प्रदेसी जी ब्रह्मचारी सुहैल

संस्करण संख्या : 1

प्रकाशक : मतबा अकील-उल-मताबे, हराइच

मूल : बहराइच, भारत

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : शाइरी, सूफ़ीवाद / रहस्यवाद

उप श्रेणियां : शायरी, दोहा

पृष्ठ : 8

सहयोगी : दिल्ली वक़्फ़ बोर्ड लाइब्रेरी

darshni hundi
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