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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : सय्यद अली असग़र बिलग्रामी

प्रकाशक : मतबा शमसी, आगरा

मूल : आगरा, भारत

प्रकाशन वर्ष : 1909

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : दर्शन / फ़िलॉसफ़ी, अनुवाद

उप श्रेणियां : सामाजिक मुद्दे

पृष्ठ : 165

सहयोगी : इदारा-ए-अदबियात-ए-उर्दू, हैदराबाद

falsafa-e-izdiwaj
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