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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : मोहम्मद मंसूर आलम

संस्करण संख्या : 001

प्रकाशक : मोहम्मद मंसूर आलम

मूल : दिल्ली, भारत

प्रकाशन वर्ष : 2008

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : शोध एवं समीक्षा

उप श्रेणियां : आलोचना, इक़बालियात तन्क़ीद

पृष्ठ : 346

सहयोगी : बज़्म-ए-सदफ इंटरनेशनल

farogh-e-iqbal
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