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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

संपादक : गोपी चंद नारंग

संस्करण संख्या : 001

प्रकाशक : साहित्य अकादमी, दिल्ली

प्रकाशन वर्ष : 2008

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : शोध एवं समीक्षा

उप श्रेणियां : आलोचना, इंतिख़ाब / संकलन

पृष्ठ : 396

ISBN संख्यांक / ISSN संख्यांक : 978-81-260-2634-0

सहयोगी : गौरव जोशी

firaq gorakhpuri
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पुस्तक: परिचय

فراق اس اعتبار سے منفرد و ممتاز شخصیت ہیں کہ وہ بیک وقت شاعر اور نقاد دونوں شمار کیے جاتے ہیں۔فراق گورکھپوری، زندگی ، فکر اور فن دونوں اعتبارسے تمام ہی چیزوں میں انفرادیت رکھنے والے شاعر ہیں، ان کی شاعری میں مشرق و مغرب دونوں مزاج کا حسین امتزاج ملتا ہے، انہوں نے کلاسیکی شعراکے اثرات قبول کیے اور اس سے انحراف کر کے ایک نئی راہ بھی نکالی۔زیر نظر کتاب "فراق گورکھپوری:شاعر،نقاد،دانشور"گوپی چند نارنگ کی ترتیب کردہ کتاب ہے، اس میں انھوں نے فراق پر منعقدہ سیمنار میں پیش کیے گئے مقالات کو یکجا کرکے کتابی شکل میں پیش کیا گیا ہے۔

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