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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

संपादक : मतबा दबदबा हैदरी, आगरा

प्रकाशक : मतबा दबदबा हैदरी, आगरा

मूल : आगरा, भारत

प्रकाशन वर्ष : 1893

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : शाइरी

उप श्रेणियां : ग़ज़ल

पृष्ठ : 8

सहयोगी : ग़ालिब इंस्टिट्यूट, नई दिल्ली

guldasta-e-daman-e-bahar
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