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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : ग़ुलाम सरवरी लाहाैरी

प्रकाशक : मुंशी नवल किशोर, लखनऊ

मूल : लखनऊ, भारत

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : सूफ़ीवाद / रहस्यवाद

उप श्रेणियां : समा और अन्य शब्दावलियाँ

पृष्ठ : 247

सहयोगी : ख़ुदा बख़्श लाइब्रेरी, पटना

guldasta-e-karamat
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