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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : ज़फ़र गोरखपुरी

प्रकाशक : इम्तियाज़ गोरखपुरी

प्रकाशन वर्ष : 2009

भाषा : Urdu

पृष्ठ : 146

सहयोगी : शहपर रसूल

हल्की, ठंडी, ताज़ा हवा
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