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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : मुंशी कन्हैय्या लाल

प्रकाशक : मुंशी नवल किशोर, लखनऊ

प्रकाशन वर्ष : 1884

भाषा : Devnagari

श्रेणियाँ : कि़स्सा / दास्तान, मुंशी नवल किशोर के प्रकाशन

उप श्रेणियां : दास्तान

पृष्ठ : 60

सहयोगी : रेख़्ता

heer ranjha
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