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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : शाह वलीउल्लाह मोहद्दिस देहलवी

प्रकाशक : मतबा अहमदी, रामपुर

मूल : लखनऊ, भारत

प्रकाशन वर्ष : 1887

भाषा : Urdu, Arabic

श्रेणियाँ : अनुवाद

पृष्ठ : 100

अनुवादक : मौलाना अब्दुल्लाह बस्तवी

सहयोगी : ख़ुदा बख़्श लाइब्रेरी, पटना

समर्थन : Dentsu (एक CSR पहल)

insaf fi bayan-e-sababil-ikhtilaf
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