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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : अननोन ऑथर

संस्करण संख्या : 001

प्रकाशक : मतबा शौकत जाफ़री, लखनऊ

मूल : लखनऊ, भारत

प्रकाशन वर्ष : 1894

भाषा : Urdu

पृष्ठ : 94

सहयोगी : असलम महमूद

inshaye bahar-e-be-khizan
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