Font by Mehr Nastaliq Web

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : मिर्ज़ा सलामत अली दबीर

संपादक : अकबर हैदरी कश्मीरी

संस्करण संख्या : 002

प्रकाशक : उत्तर प्रदेश उर्दू अकेडमी, लखनऊ

प्रकाशन वर्ष : 2010

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : शाइरी

उप श्रेणियां : मर्सिया

पृष्ठ : 648

सहयोगी : हैदर अली

intikhab-e-marasi-e-mirza dabeer
For any query/comment related to this ebook, please contact us at haidar.ali@rekhta.org

पुस्तक: परिचय

یہ کتاب اردو کے مایہ ناز مرثیہ نگار ،مرزا دبیر کے ۲۰ مراثی کا انتخاب ہے۔جسے ڈاکٹر اکبر حیدری نے مرتب کیا اور اترپردیش اردو اکیڈمی نے شائع کیا۔کتاب کا دوسرا ایڈیشن ۲۰۱۰ میں شائع ہوا اور ۶۰۰ سے کچھ زائد صفحات پرمحیط ہوا۔کتاب کے آخر میں ایک حصۂ فرہنگ بھی شامل کیاگیا ہے۔زیرِنظر انتخاب کی بنیاد مستند نسخوں پر رکھی گئی ہے اور قدیم ترین قلمی نسخوں سے اس کا موازنہ کرکے انھیں مرتب کیا گیا ہے نیز مرتب نے اپنے مقدمے میں ان کے مآخذکی نشان دہی بھی کی ہے۔

.....और पढ़िए

लेखक: परिचय

मिर्ज़ा सलामत अली दबीर उर्दू के एक कवि थे। उन्होंने मरसिया लिखने की कला को एक नया मुकाम दिया। उन्हें मीर अनीस के साथ मरसिया निगारी का प्रमुख प्रवक्ता माना जाता है।
मिर्जा सलामत अली का जन्म 1803 में मिर्जा गुलाम हुसैन के घर दिल्ली में हुआ था। उनमें बचपन से ही मरसिया पढ़ने की लगन थी। इसलिए वे प्रसिध मरसिया-गो मीर मुज़फ्फर हुसैन के शिष्य बन गए। जब मीर अनीस फैज़ाबाद से लखनऊ आए तो उनकी आपस में दोस्ती हो गयी।


.....और पढ़िए
For any query/comment related to this ebook, please contact us at haidar.ali@rekhta.org

लेखक की अन्य पुस्तकें

लेखक की अन्य पुस्तकें यहाँ पढ़ें।

पूरा देखिए

लोकप्रिय और ट्रेंडिंग

सबसे लोकप्रिय और ट्रेंडिंग उर्दू पुस्तकों का पता लगाएँ।

पूरा देखिए

Jashn-e-Rekhta | 13-14-15 December 2024 - Jawaharlal Nehru Stadium , Gate No. 1, New Delhi

Get Tickets
बोलिए