by मुमताज़ मीरज़ा
irsadat-e-aaliyah shahanshah aarya mahar
Irani Tahzeeb-o-Tamaddun Ke Bare Men
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
Irani Tahzeeb-o-Tamaddun Ke Bare Men
मुमताज़ मिर्ज़ा 1929 में देहली में पैदा हुईं. उनके पिता का नाम ख़्वाजा अहमद हुसैन था जो ख़्वाजा अल्ताफ़ हुसैन हाली के करीबी रिश्तेदारों में से थे. घर में शायरी का माहौल था जिसके असर से वह भी शेर कहने लगीं. मुमताज़ मिर्ज़ा को फ़ारसी साहित्य से भी ख़ास लगाव था. उनकी शायरी में भी फ़ारसी प्रभाव दिखाई देते हैं. 1997 में देहांत हुआ.
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