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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : ग़ुलाम अली अाज़ाद बिलग्रामी

संस्करण संख्या : 002

प्रकाशक : मुंशी नवल किशोर, कानपुर

मूल : कानपुर, भारत

प्रकाशन वर्ष : 1900

भाषा : Persian

श्रेणियाँ : तज़्किरा / संस्मरण / जीवनी

पृष्ठ : 468

सहयोगी : हिन्दुस्तानी एकेडमी, इलाहाबाद

khazana-e-aamira
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