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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : नाैशाबा ख़ातून

प्रकाशक : मकतबा इंएकास, मुज़फ़्फ़रपुर

मूल : मुजफ्फरपुर, भारत

प्रकाशन वर्ष : 2017

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : नॉवेल / उपन्यास, महिलाओं की रचनाएँ

पृष्ठ : 129

सहयोगी : गवर्नमेंट उर्दू लाइब्रेरी, पटना

khizan ke baad
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लेखक: परिचय

नौशाबा, नौशाबा ख़ातून (1900)अमरोहा, मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश) में जन्म। बचपन में ही हैदराबाद चली गईं और वहीं शिक्षा-दीक्षा हुई। उस्मानिया युनिवर्सिटी की पहली महिला ग्रेजुएट थीं। उर्दू के अलावा अरबी, फ़ारसी और अंग्रेज़ी की अच्छी महारत थी। दस साल की उम्र से शेर कहने लगीं। ग़ज़लें कम, नज़्में ज़ियादा लिखीं। आख़िरी उम्र में मानसिक संतुलन बिगड़गया था।

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