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jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : मख़मूर देहलवी

प्रकाशक : उर्दू अकादमी, दिल्ली

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : शाइरी

उप श्रेणियां : कुल्लियात

पृष्ठ : 245

सहयोगी : ग़ालिब अकेडमी, देहली

kulliyat-e-makhmoor
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पुस्तक: परिचय

مخمور دہلوی اپنے وقت کے ایک نامور شاعر تھے۔ مخمور دہلوی کا انتقال 26 فروری 1956 میں ہوا تھا ، اس وقت تک وہ ہندو پاک میں کافی مشہور ہو چکے تھے، ان کی زندگی میں ان کا ایک مجموعہ "بادہ مخمور"منظر عام پر آیا تھا تھا،زیر نظر کتاب "کلیات مخمور" ان کے مطبوعہ اور غیر مطبوعہ کلام کا مجموعہ ہے جسےا نکے بیٹے بدر مخمور نے شائع کرایا۔ کلیات مخمور ،مخمور کی دکھ بھری اور تباہ حال زندگی کا آئینہ ہے۔ کلیات کے شروع میں مخمور دہلوی کی فکر و فن پر کئی مضامین موجود ہیں۔

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लेखक: परिचय

मख़्मूर देहलवी फ़ज़्ल-ए-इलाही (1900-1956) देहली के मशहूर और लोकप्रिय शाइर। ‘बेख़ुद’ देहलवी के शागिर्द। कई साल पटौदी के नवाब के मुलाज़िम रहे। बीवी से इतनी मोहब्बत थी कि उन की मौत हुई तो कई महीने उन की क़ब्र पर पड़े रहे। कलाम तरन्नुम में पढ़ते थे और समाँ बाँध देते थे।

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