Font by Mehr Nastaliq Web

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : दिवाकर राही

संस्करण संख्या : 001

प्रकाशक : दिवाकर राही

मूल : रामपुर, भारत

प्रकाशन वर्ष : 1999

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : शाइरी

उप श्रेणियां : दीवान

पृष्ठ : 531

सहयोगी : रामपुर रज़ा लाइब्रेरी,रामपुर

kulliyat-e-rahi
For any query/comment related to this ebook, please contact us at haidar.ali@rekhta.org

लेखक: परिचय

दिवाकर राही, रघुवीर सरन (1914-1968) हिंदी के जाने-माने प्रगतिशील कवि जिन्होंने उर्दू ग़ज़ल-गोई में भी शाेहरत हासिल की। मानवतावादी मूल्यों और सांप्रदायिक समन्वय, सदभावके पक्षधर। पेशे से वकील थे। राजनीति में भी सक्रिय रहे। ज़ोरदार वक्ताभी थे।

.....और पढ़िए
For any query/comment related to this ebook, please contact us at haidar.ali@rekhta.org

लेखक की अन्य पुस्तकें

लेखक की अन्य पुस्तकें यहाँ पढ़ें।

पूरा देखिए

लोकप्रिय और ट्रेंडिंग

सबसे लोकप्रिय और ट्रेंडिंग उर्दू पुस्तकों का पता लगाएँ।

पूरा देखिए

Jashn-e-Rekhta | 8-9-10 December 2023 - Major Dhyan Chand National Stadium, Near India Gate - New Delhi

GET YOUR PASS
बोलिए