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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : लाला देबी परशाद

प्रकाशक : मुंशी नवल किशोर, लखनऊ

प्रकाशन वर्ष : 1873

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : मुहावरे / कहावत, मुंशी नवल किशोर के प्रकाशन

पृष्ठ : 72

सहयोगी : इदारा-ए-अदबियात-ए-उर्दू, हैदराबाद

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